
इसके पहले आप लोगों को दिखाया जा चुका है की ऋषि किस तरह से लक्ष्मी की मदद करता है और उसे बेगुनाह साबित करने के लिए वह किसी भी कीमत पर कुछ भी करने को तैयार है और उधर मलिश्का जो कि लक्ष्मी को वापस नहीं आने देना चाहती है वह लक्ष्मी को हमेशा हमेशा के लिए जेल में रहने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। ऋषि को अपने प्यार का एहसास का होगा या फिर ऐसा की उसे एहसास तो हो चुका है पर वह अभी समझ नहीं पा रहा है। लक्ष्मी के ससुर वीरेंद्र ओबरॉय भी लक्ष्मी का पूरा साथ दे रहे हैं और वह भी चाहते हैं कि लक्ष्मी जल्द से जल्द अपने घर वापस आ जाए वह नीलम को इस बात के लिए फोर्स करते हैं कि वह लक्ष्मी को अपनी बहू स्वीकार कर ले उसके दिमाग में फर्जी का लक्ष्मी के प्रति नफरत भरी हुई है वह उसे अपशगुन समझती है पर नीलम अपनी जिद के आगे किसी की भी नहीं सुनती है।
लक्ष्मी को कोर्ट लाया जाता है तब ऋषि उसके साथ होता है और ऋषि ने जिस वकील को हायर किया है अपने केस को लड़ते हुए कोर्ट में जज के सामने कहता है कि जिस खाने में जहर मिलाया हुआ था उस खाने को लक्ष्मी ने नहीं बल्कि होटल के सेफ ने बनाया था । इसलिए मेरी आपसे दरख्वास्त है कि लक्ष्मी को बाइज्जत बरी किया जाए इतना सुनकर लक्ष्मी झूठ नहीं बर्दाश्त कर पाती और कोर्ट में जज के सामने कहती है कि यह झूठ बोल रहे हैं ऐसा कुछ भी नहीं है खाना मैंने ही बनाया था पर यह भी सच है कि मैंने उस खाने को बनाया जरूर था पर मैंने उसमें कुछ नहीं मिलाया था । पता नहीं वहां पर खाना खा रहे लोगों की तबीयत कैसी है और क्यों खराब हो गई और खाने में क्या मिलाया जाए मुझे इसके बारे में कुछ भी नहीं पता जब मैंने खाना बनाया था तो खाना एकदम सही बना था। उसके बाद क्या हुआ मुझे कुछ भी नहीं पता।
ऋषि अपने वकील से कहता है कि आप झूठ बोल कर इस केस को मत लडीये। लक्ष्मी भी वकील से कहती है कि प्लीज आप झूठ मत बोलिए तो उनका वकील कहता है कि हमारे पास कोई पुख्ता सबूत भी नहीं है जिससे हम आपको बेगुनाह साबित कर सकें और कोई ऐसा गवाह भी नहीं है जो आपके हित में गवाही दे तो हम इस केस को कैसे जीतेंगे मैं जैसे कर रहा हूं मुझे करने दो जो मुझे समझ आ रहा है मुझे जैसा करने दो और यदि आप लोगों को मेरे ऊपर भरोसा नहीं है तो आप लोग दूसरा वकील कर सकते हो मैं जा रहा हूं यहां से आगे आप लोगों की मर्जी आप लोगो को तेरे से सही लगे वैसा करिए।
वकील ऋषि और लक्ष्मी को समझाता है कि सच और झूठ की लड़ाई अदालत में कैसे लड़ी जाती है वह मुझे पता है आप लोगों को नहीं इसलिए मैं जैसा कर रहा हूं मुझे वैसा करने दो इतना कहने के बाद भी यदि आप लोगों को मुझ पर भरोसा नहीं हो रहा है तो आप लोग दूसरा वकील कर सकते हैं । ऐसा सब कह रहे हैं कि जो विपक्षी का वकील है वह बहुत ही ताकतवर है और आज तक उसका रिकॉर्ड रहा है कि उसने कोई भी केस आज तक हारा नहीं है लोगों का कहना है कि वह हर मुजरिम को सजा दिलवा ता है ।
आपको अगले एपिसोड में यह दिखाया जाएगा कि क्या ऋषि का भरोसा जीतेगा या फिर लक्ष्मी को सजा हो जाएगी क्या लिखा है ऋषि और लक्ष्मी के भाग्य में क्या लक्ष्मी का भाग्य सच में ऋषि का जीवन बदल देगा या मलिश्का इन दोनों के बीच आ जाएगी नीलम ओबेरॉय कभी लक्ष्मी को स्वीकार करेंगे अपनी बहू के रूप में या फिर मलिश्का बनेगी ओबेरॉय फैमिली की बहू अगले एपिसोड में क्या होने वाला है या जाने के लिए आप हमारी रोज के अपडेट पढ़ते रहिए और हमें कमेंट करके बताते रहिए ।