
जैसा कि आपने पहले एपिसोड में देखा होगा कि किस तरह से जब ऋषि सब घर वालों के सामने लक्ष्मी का साथ देता है, तो सबके होश उड़ जाते हैं मलिश्का भी हैरान हो जाती है । ऋषि कि मॉम नीलम ओबेरॉय बहुत परेशान है या देखकर की ऋषि लक्ष्मी की तरफ खींच रहा है। ऋषि हर हाल में लक्ष्मी का साथ देने के लिए तैयार है। पर ऋषि और लक्ष्मी के बीच बढ़ता हुआ प्यार किसी को नजर नहीं आ रहा है। मलिश्का सिर्फ ऋषि को पाने के लिए और अपनी जीत के लिए एक पर एक चाले चल रही है। नीलम ओबरॉय भी आकर मलिश्का को बताती है कि मुझे टैलेंटेड मलिश्का चाहिए ऐसी डरी हुई सेहमी हुई हारी हुई डरपोक मलिश्का नहीं। नीलम की यह बात सुनकर मलिश्का के अंदर और हिम्मत आ जाती है लक्ष्मी को इस घर से निकालने की और लक्ष्मी को एक घर से निकालने के लिए मलिश्का अपने दिमाग में एक नया तरकीब बना रही है।

ऋषि और लक्ष्मी के बीच बढ़ती हुई नज़दीकियां…
ऋषि और लक्ष्मी के बीच उनका प्यार एक दूसरे के लिए और बढ़ रहा है । ऋषि लक्ष्मी का हमेशा साथ देने का वादा करता है और लक्ष्मी भी अपने मन ही मन या सोचती है कि वाह ऋषि को छोड़कर कभी नहीं जाएगी वाह ऋषि के बिना रही नहीं पाएगी ऋषि के बिना लक्ष्मी कुछ भी नहीं है और ऋषि भी यही चाहता है की लक्ष्मी इस घर से ना जाए वह दोनों हमेशा ऐसे ही हंसते मुस्कुराते एक साथ रहे पर ऋषि और लक्ष्मी दोनों एक दूसरे के सामने अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाते हैं। आयुष दादी और अहाना सबको या दिख रहा है कि किस तरह से ऋषि और लक्ष्मी के बीच में नजदीक या बढ़ रही हैं और यह सब चाहते हैं कि रिसीवर लक्ष्मी हमेशा के लिए एक साथ रहे इनका रिश्ता कभी भी ना टूटे।

अपने इस गहरे और अटूट रिश्ते से अभी भी ऋषि और लक्ष्मी है अनजान वह दोनों एक दूसरे के सामने अपने प्यार का इजहार नहीं कर पा रहे हैं । उधर बलविंदर तो लक्ष्मी का रिश्ता तबाह करने पर लगा ही हुआ था , पर मलिश्का भी अपने चाल में नाकामयाब रही । अब तो इस्पेक्टर दुर्गा देवी सिंह बस इसी पर जुट गई है , की आखिर बलविंदर के साथ ऐसा कौन है जो मिला हुआ है कहीं वह मलिश्का तो नहीं ।ऋषि और लक्ष्मी का बीता हुआ कल ही है जो उन्हें परेशान कर रहा है । और ऋषि और लक्ष्मी का बीता हुआ कल बलविंदर और मलिश्का है कहीं यह दोनों एक दूसरे से आपस में मिले हुए तो नहीं है। स्पेक्टर दुर्गा देवी सिंह किसी भी हालत में सच्चाई को सामने लाकर की रहेंगी।
आयुष और मलिश्का की बहस होती है और आयुष लक्ष्मी की साइड से मलिश्का को बहुत सुनाता है ऋषि वहां चुपचाप खड़ा रहता है , और कुछ नहीं बोलता है मलिश्का कोई अच्छा नहीं लगता है और वह ऋषि से कहती है कि आयुष ने उसे इतना सुनाया पर उसने एक भी शब्द नहीं बोला वह लक्ष्मी की साइड ऐसे ले रहा है जैसे कि वह घर की बहू और तुम्हारी बीवी है ऋषि कहता है कि आयुष ने जो कुछ भी कहा वह सच ही तो है लक्ष्मी अभी भी इस घर की बहू और मेरी पत्नी है।
याद रखना अभी भी हम दोनों का डिवोर्स नहीं हुआ है। मलिश्का कहती है कि वह लक्ष्मी बहुत बड़ी चालबाज है ।और तुम्हें मुझ से खेलने की पूरी कोशिश कर रही है ऋषि हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं । उस लक्ष्मी को छोड़ दो और मेरी बात को सुनो उस लक्ष्मी को डिवोर्स दे दो वह तुम्हारे लायक नहीं है ऋषि कहता है कि लक्ष्मी के बारे में आप कुछ भी नहीं बोलना।

इसी के बदलते हुए स्वभाव को देखकर मलिश्का और डर जाती है कि कहीं उससे ऋषि दूर ना हो जाए। और वह ऋषि के करीब जाती है और इसी से पूछती है कि तुम्हें हमारे प्यार मैं क्या फील हो रहा है ऋषि कहता है कि मुझे कोई भी फीलिंग नहीं आ रही है । यह सुनकर मलिश्का के होश उड़ जाते हैं ऋषि को बस हर तरफ लक्ष्मी लक्ष्मी दिखाई देती है और वह हमेशा लक्ष्मी के ही ख्यालों में खोया रहता है बस वह इन बातों से अनजान है कि वह मलिश्का से नहीं बल्कि लक्ष्मी से ही प्यार करता है उसकी असली और सच्ची जीवनसाथी लक्ष्मी ही है मलिश्का यह सब कुछ देख कर बहुत ही आसान होती है और वह गुस्से से बौखला जाती है ।
नीलम ओबेरॉय और उनकी बेटी और ऋषि की बुआ करिश्मा यह सब लोग मिलकर यही चाहते हैं कि कुछ भी करके मलिश्का लक्ष्मी को इस घर से निकाल दें और इसी के जिंदगी से इन दोनों का रिश्ता हमेशा के लिए टूट जाए क्या मलिश्का और नीलम अपने चाल में कामयाब हो जाएंगे ।क्या लक्ष्मी और इसी का रिश्ता टूट जाएगा या ऋषि और लक्ष्मी के बीच बढ़ती हुई नजदीकियों से इन दोनों का अटूट रिश्ता बन जाएगा या देखने के लिए आप हमारे अगले अपडेट को जरूर पढ़िए और कैसी लगी आज के हमारी आर्टिकल हमें कमेंट में जरूर बताइए।