
जैसा कि आपने पहले एपिसोड में देखा ही होगा कि लक्ष्मी और ऋषि दोनों मिलकर किस तरीके से एक दूसरे का साथ देते हैं एक दूसरे की ढाल बने रहते हैं और कोर्ट में आए हुए आतंकवादियों से लड़ते हैं इससे यह साबित हो जाता है कि जिस तरह से लक्ष्मी ऋषि के लिए जान देने को तैयार रहती है उसी तरह ऋषि भी लक्ष्मी के लिए अपनी जान दे सकता है और किसी की जान ले भी सकता है और वहां पर मौजूद सभी लोग या देखते और समझते भी हैं बस सिर्फ और सिर्फ मलिश्का नीलम और करिश्मा ही यह नहीं समझ पा रही हूं या फिर यह लोग ऋषि और लक्ष्मी के प्यार को देख कर भी अनदेखा कर रहे हैं पर कहते हैं ना कि दो प्यार करने वालों को कभी कोई अलग नहीं कर सकता खास कर तब जब उनकी जोड़ी भगवान के हाथ से लिख कर आई हो
और ऋषि के भाग्य में लक्ष्मी तो पहले से ही है ।

आतंकवादियों से छुटकारा पाने के बाद पुलिस लक्ष्मी को फिर जेल ले जाने की बात करती है क्योंकि लक्ष्मी की केस की सुनवाई हुई नहीं थी इसलिए पुलिस कहती है कि जब कोर्ट की अगली सुनवाई होगी तो जो भी फैसला होगा वह सही होगा फिलहाल अभी लक्ष्मी को हमारे साथ ही चलना होगा ऋषि या नहीं मानता है और वह जज से कहता है कि आपने तो अंदर देखा ही है कि लक्ष्मी कैसी है वह तो एक मच्छर भी नहीं मार सकती यहां तक कि उसने अपने दुश्मन को भी नहीं मारना तो फिर वह खाने में जहर मिलाकर इतने लोगों को कैसे परेशान कर सकती है उनकी जान के साथ खिलवाड़ कैसे कर सकती है?
जज साहब कहते हैं कि यह सब तो ठीक है पर जब तक कोर्ट का फैसला नहीं हो जाता लक्ष्मी को जेल में ही रहना पड़ेगा जैसे ही कोर्ट अपना फैसला सुना देगी और सबूतों के मुताबिक वह फैसला लक्ष्मी के हित में रहा तो आप लक्ष्मी को अपने साथ अपने घर लेकर जा सकते हैं। थोड़ी देर बाद सब लोग सोचते हैं कि क्यों ना आज ही लक्ष्मी के कोर्ट की सुनवाई कर दी जाए ।

मलिश्का ने लक्ष्मी को रास्ते से हटाने के लिए सारे सबूत और गवाह तो मिटा ही दिए हैं इसकी वजह से लक्ष्मी बेकसूर साबित नहीं हो पा रही है सारे सबूत उसके खिलाफ जा रहे हैं। कोर्ट में जज अपना फैसला सुनाने ही वाला होता है तब तक ऋषि यह सोचता है कि वह लक्ष्मी से किया हुआ वादा कैसे पूरा करेगा उसने लक्ष्मी से प्रॉमिस किया था कि कुछ भी हो आज वह लक्ष्मी को घर लेकर जाएगा उसे जेल में नहीं रहने देगा वह यही सोच रहा है कि ऐसा क्या करूं रिश्ते अदालत उसे बेगुनाह छोड़ दे पर ऋषि के पास कोई ऐसा सबूत है गवाह भी नहीं है जो लक्ष्मी को बेगुनाह साबित कर सके।
ऋषि ने लक्ष्मी को बचाने के लिए सारा इल्जाम अपने सर ले लिया…..
ऋषि के पास कोई भी ऐसा रास्ता नहीं बचा था जिससे वह जज के सामने लक्ष्मी को बेगुनाह साबित कर सके इसी वजह से उसने जज के सामने या कुबूल किया कि या जो कुछ भी हुआ है उसमें लक्ष्मी की जरा भी गलती नहीं है अपने और अपने कंपनी की प्रॉफिट के लिए ऋषि ने ही यह सब कुछ किया है वह थर्ड क्वालिटी लो से लो प्राइस का मसाला सबसे कम दाम वाले खाने के सामान और सभी कम दाम वाले सामग्रियों को अपने होटल के सैफ से यूज करवाता था उसने जज के सामने या बोला तो वहां मौजूद सभी लोगों के होश उड़ गए। ऋषि के ऐसा बोलने पर जज भी हैरान रह गया और उसे मजबूरन ऋषि को जेल में रखने का आर्डर देना पड़ा ।
जज ने वहां पर उपस्थित सभी लोगों के सामने यह बोला कि ऋषि के ऐसा करने से यह साबित हो रहा है कि यह दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं एक दूसरे के लिए यह दोनों अपनी जान भी देने को तैयार रहते हैं हमेशा और हमेशा एक दूसरे की ढाल बनकर खड़े रहते हैं यह दोनों एक दूसरे के प्यार के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं इतना प्यार करते हैं दोनों एक दूसरे से इस केस में ऐसा लग रहा है कि अभी ऐसी कई सारी बातें हैं जो इस कोर्ट से छिपी हुई है मैं पुलिस को यह आदेश देता हूं कि और सभी बातों की अच्छी तरह से छानबीन की जाए तभी इस कोर्ट का फैसला सुनाया जाएगा। आपको अगले एपिसोड में या दिखाया जाएगा कि क्या लक्ष्मी ऋषि को बचा पाएगी क्या लक्ष्मी को मलिश्का के इस गंदे खेल के बारे में पता चल पाएगा क्या लक्ष्मी और आयुष मिलकर मलिश्का का पर्दाफाश कर पाएंगे आगे की खबर जानने के लिए हमारे अगले अपडेट को पढ़ते रहिए और कैसी लगी हमारी आज की इशानी नेटवर्क पर लिखी हुई यह आर्टिकल हमें कमेंट करके जरूर बताइए ।