
इस एपिसोड में आपको दिखाया जाएगा कि किस तरह से राधा ने अपने आप सम्मान के लिए लड़ा ।जहां दामिनी ने अपनी पूरी कोशिश करके राधा पर चोरी का इल्जाम लगा कर उसे घर से बाहर निकालने की पूरी तैयारी कर चुकी थी और घर के सब लोगों ने उसे सच भी मान लिया था । बस राधा सिर्फ मोहन से यह उम्मीद कर रही थी , कि वह तो कम से कम उसको समझे मोहन तो सच्चाई देख पाए , कि राधा चोर नहीं है ।उस पर चोरी का इल्जाम गलत लगाया गया है।

मोहन का छोटा भाई राहुल मोहन से बोलता है कि भैया अब तो पुलिस को बुला लीजिए । अब पुलिस ही आकर यहां फैसला करेगी की चोरी किसने की है । राधा बोलती है कि हां ठीक है मैं यहीं खड़ी हूं , और पुलिस को बुला लो और पुलिस ही बताएगी कि असली चोर कौन है । पुलिस की बात सुनकर दामिनी और उसकी मां सदमे में पहुंच जाते हैं ।और यह सोचने लगते हैं कि अगर पुलिस आएगी तो उन दोनों का राज सामने आ सकता है, इसलिए दामिनी पुलिस को इस घर में आने से मना कर देती है । और राधा को इस घर से बाहर जाने के लिए कहती है पर राधा कहती है कि दामिनी जीजी मैं इतना बड़ा इल्जाम अपने सर पर लेकर अपने गांव नहीं जाऊंगी।

राधा यह सोचती है कि शायद मोहन उसकी बातों पर यकीन कर ले कि उसने चोरी नहीं की है । और राधा का साथ दें गुनगुन आकर बोलती है, कि राधा चोर नहीं है राधा ने चोरी नहीं की है । उसे कहीं मत जाने दो पर गुनगुन की कोई नहीं सुनता है और मोहन गुनगुन को लेकर अंदर चला जाता है ।
राहुल राधा को पकड़कर घर से बाहर घसीटते हुए ले जाता है , और उसका सामान बाहर फेंक देता है । पर राधा चिल्लाती रहती है कि उसे कहीं नहीं जाना है । अपनी बेगुनाही साबित किए बिना वह कहीं नहीं जाएगी । पर उसकी कोई नहीं सुनता है , तभी राधा मोहन से कहती है कि मोहन जी मैं इस घर से सब चीज चुरा कर कैसे जा सकती हूं ?जबकि मेरी सबसे प्रिय वस्तु तो अभी भी इसी घर के अंदर है ! यह सुनकर दामिनी और पूरा परिवार चौक जाता है कि आखिर वाह प्रिय वस्तु क्या है राधा की? जो अभी भी उस घर के अंदर है मोहन गुनगुन को लेकर अंदर चला जाता है।
मोहन ने दिया राधा का साथ……….
मोहन जब गुनगुन को लेकर अंदर जाता है और राधा की कही हुई बातों को फिर से सोचता है तब उसे याद आता है कि राधा की तो सबसे प्रिय वस्तु उसके बांके बिहारी जी हैं ।जिनके बिना वह कहीं भी एक कदम नहीं जाती है राधा के बांके बिहारी से ही उसकी सुबह होती है और उसकी शाम उसके बांके बिहारी के भजन पर ही खत्म होती है । तो फिर वह आपने बांके बिहारी के बिना घर छोड़ कर कैसे जा सकती है , मोहन को समझ आ जाता है कि राधा चोर नहीं है ।और वह बाहर आकर सबके सामने या बताता है कि राधा चोर नहीं है वह अपने बांके बिहारी के बिना कहीं नहीं जा सकती ।और उसके बांके बिहारी तो अंदर ही हैं , तो फिर वह घर को छोड़ कर कैसे जा सकती है।

मोहन ने राधा का साथ दिया यह देखकर तुलसी और गुनगुन दोनों बहुत खुश हुई। पूरे परिवार के सामने मोहन राधा से पूछता है कि या कचरे की थैली तुम्हें फेंकने के लिए किसने दी ? क्या राधा मोहन को और पूरे परिवार को सच बता पाएगी ? क्या राधा की बेगुनाही साबित हो जाएगी ?क्या दामिनी का झूठ पकड़ा जाएगा ? यह देखने के लिए आप हमारी अगली अपडेट्स को जरूर पढ़िए । और कैसा लगा आज का हमारा यह आर्टिकल हमें कमेंट में जरूर बताइए।