
15 जून 2022 के इस एपिसोड में राधा ने अपनी दादी के कहने पर सब से छुपा कर मोहन के लिए तीज का व्रत रखा। इधर दामिनी ने भी मोहन के लिए हरियाली तीज का व्रत रखा है । राधा निस्वार्थ भाव से मोहन के लिए इस व्रत को रखती है।

राधा शंकर , पार्वती और गणेश भगवान की मूर्ति अपने हाथों से बनाती है ,जिसे देख सब लोग उसकी बहुत तारीफ करते हैं । पंडित जी की बेटी होने के कारण मोहन और गुनगुन दोनों राधा का मजाक उड़ाते हैं और कहते हैं कि यह पंडित जी की बेटी है इसलिए इसको सब भगवान की मूर्तियां बनानी आती है दिनभर यह बांके बिहारी बांके बिहारी जपते रहती है । दामिनी को यह शक हो जाता है की राधा ने मोहन के लिए तीज का व्रत रखा है । दामिनी कुछ भी करके राधा का व्रत तुड़वाने की कोशिश करती है।

दामिनी राधा से बार-बार कुछ खाने के लिए कहती है । राधा मना कर देती है , तो दामिनी का शक यकीन में बदल जाता है , राधे हरियाली तीज का व्रत रखा है । और वह राधा को बांके बिहारी की कसम खाकर सच बोलने को कहती है। जैसा कि दामिनी के गुरु मां ने उसे बताया था की तुलसी के सिंदूर को घर से बाहर फेंकने के लिए उसे एक पवित्र आत्मा वाली और लंबे बालों वाली लड़की चाहिए यह सब और उसको राधा में दिखाई देता है।
दामिनी फिर से राधा को एक बार अपने खेल में कामयाब होने के लिए जरिया बनाती है। तुलसी की आत्मा सब कुछ देखती रहती है , वह बिल्कुल भी नहीं चाहती कि दामिनी मोहन के लिए व्रत रखे , और उसका व्रत पूर्ण हो परंतु राधा को व्रत रखते हुए देखकर वह बहुत ही प्रसन्न होती है और यह सोचती है की राधा बिना किसी लालच वश, बिना किसी स्वार्थ के मोहन की लंबी उम्र के लिए इस व्रत को धारण करने जा रही है ।

राधा के हाथों में लगी मोहन के नाम की मेहंदी
मेहंदी लगाने वाली राधा को मोहन की होने। वाली पत्नी समझ कर राधा के हाथों में मोहन के नाम की मेहंदी लगा देती हैं। यह देखकर दामिनी बहुत ही गुस्सा होती है और कहती है मोहन की होने वाली पत्नी मैं हूं। राधा और दामिनी दोनों ही मोहन के लिए व्रत रखती है अब देखना यह है कि दोनों में से किसका व्रत सफल होता है। प्यार का पहला नाम राधा मोहन के अगले एपिसोड में क्या होने वाला है यह जानने के लिए आगे के आर्टिकल्स पढ़ते रहे ।