
कुंडली भाग्य शो के इस एपिसोड में आपको दिखाया जाएगा कि लूथरा मेंशन में घर की सुख शांति के लिए पूजा रखी जाती है और पूजा के दिन प्रीता पूजा का सामान लेने घर से बाहर जाती है तभी ऋषभ अपने कपड़े निकाल रहा होता है और उसे नहीं समझ में आता है कि पूजा में वह क्या पहने ? और सभी कपड़ों को इधर उधर बैठकर बिखेरे रहता है तभी वहां प्रीत आती है और ऋषभ के लिए प्यारा सा कुर्ता निकाल कर उसे देती है जिससे ऋषभ खुश हो जाता है और पूजा के लिए तैयार होकर सभी नीचे इकट्ठा हो जाते हैं ।
यह पूजा लूथरा मेनशन में घर की सुख और शांति के लिए रखी गई है जिसमें जोड़े जोड़े में पूजा करना है , कृतिका बहुत उदास हो जाती है क्योंकि उसका तो कोई जोड़ा ही नहीं है तभी उसे समीर और करीना दोनों समझाते हैं और कहते हैं कि तुम तो हमारी बहादुर बच्ची हो तुम्हारे लिए भगवान ने बहुत ही स्पेशल जोड़ा बनाया है उसके घर देर है पर अंधेर नहीं भगवान से प्रार्थना करो कि तुम्हें सच्चा और खूब सारा प्यार करने वाला जीवन साथी मिले।

लूथरा मेनशन में रखी गई इस पूजा में लूथरा के मुख्य मेहमान बुलाए गए हैं । उसमें अर्जुन भी शामिल है अर्जुन लूथरा मेंशन में आता है , प्रीता और ऋषभ दोनों जोडे से इस पूजा में बैठते हैं ।
और प्रीता और ऋषभ को जोड़ें के साथ पूजा में बैठा हुआ देख बहुत गुस्सा होता है , वह अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाता है और उल्टी-सीधी हरकतें शुरू कर देता है ,ड्रामा करने लगता है । तभी प्रीता उसे समझाती है की अर्जुन यहां पर कोई भी ड्रामा क्रिएट मत करो । हमारे घर की पूजा चल रही है , हमारे घर परिवार की शांति के लिए , इसको भांग मत करो । चुपचाप पूजा में शामिल हो और फिर यहां से चले जाओ।
पूजा के दौरान पंडित जी ऋषभ से कहते हैं कि अपनी पत्नी के मांग में सिंदूर भरो इससे तुम्हारी जोड़ी अमर रहेगी और तुम्हारे जीवन में आने वाली हर बाधा दूर रहेगी। ऋषभ की मां राखी लूथरा हाथ जोड़कर भगवान से प्रार्थना करती हैं , कि उनके बच्चों को खूब खुशियां दें और ऋषभ को कोई परेशानी छू भी ना पाए । ऋषभ पर कोई भी संकट ना आए । पंडित जी के बताने के अनुसार ऋषभ सिंदूर की प्लेट उठाता है , और पिता की मांग में सिंदूर भरने के लिए तैयार हो जाता है । यह सब देख कर अर्जुन अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पाता है और गुस्से से भर जाता है।
अर्जुन ही करण है यह बात किसी को नहीं पता है लेकिन अर्जुन तू जानता है कि प्रीता उसकी पत्नी है और अपनी पत्नी के मांग में कोई और सिंदूर भरे उससे यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है उससे नहीं देखा जा रहा है कि उसकी पत्नी की मांग में उसके सामने कोई और सिंदूर भर रहा है ।
और जैसे ही ऋषभ सीता की मांग में सिंदूर भरने के लिए हाथ में सिंदूर उठाकर उसकी मांग भरने के लिए जाता है । अर्जुन आकर ऋषभ का हाथ पकड़ लेता है , और उसे प्रीता की मांग में सिंदूर भरने से रोकता है , अर्जुन कहता है कि तुम प्रीता की मांग में सिंदूर नहीं भर सकते यह देख कर पूरा लूथरा परिवार बहुत चौक जाता है ।
आने वाले एपिसोड में आपको दिखाया जाएगा कि आखिर अर्जुन ऐसा क्यों कर रहा है क्या वह पूरे घर वालों के सामने या सच बता देगा कि वह अर्जुन नहीं बल्कि करन है क्या उसने कुछ और ही सोच कर रखा है क्या होगा कुंडली भाग्य के भाग्य में आगे की जानकारी के लिए हमारे नए – नए अपडेट को पढ़ते रहिए । और कैसी लगी आज की हमारी आर्टिकल हमें कमेंट करके जरूर बताइए ।