
बॉलीवुड एक्टर वरुण धवन ( Varun Dhawan) और कृति सेनन (Kriti Sanon) की फिल्म ‘भेड़िया’ (Bhediya) सिनेमघर में आज रिलीज हो चुकी है. फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद फैंस के बीच इस फिल्म को देखने के लिए काफी एक्साइटमेंट है. वरुण और कृति ने फिल्म का प्रमोशन करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है. सितारों ने जगह-जगह जाकर भेड़िया को प्रमोट किया है. जो लोग इस फिल्म को देखने का मन बना रहे हैं. उनके लिए हम फिल्म का रिव्यू लेकर आए हैं.

वरुण धवन को नए तरह का करिदार करने का मौका मिला है, जो काफी एक्साइटिड है. उन्होंने सच में बहेतरीन परफॉर्मेंस दी है. कृति सेनन ने भी अच्छा काम किया है. वह काफी हटकर लग रही हैं, कुल मिलकर ये पैसा वसूल एंटरटेनर है. फिल्म में वरुण धवन , कृति सेनन , दीपक डोबरियाल , अभिषेक बनर्जी और पॉलिन कबाक अपनी एक्टिंग से सभी का हंसाने की पूरी कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं.
STORY
फिल्म की कहानी बात करें तो, इंटरवल से पहले की काफी धीमी रफ्तार में नजर आएगी. लेकिन फिल्म का क्लाइमेक्स जनता को खुश करेगा. फिल्म में दिखाया जा रहा है कि कुछ लोगों द्वारा प्रकृति का नाश हो रहा है. भेड़िया में दिखाया कि जंगल पर जब-जब कोई परेशानी आती है तो भेड़िया उसकी रक्षा के लिए आता है.
फिल्म की वीएफएक्स काफी शानदार है. जो फिल्म को एक अच्छा वीजन देती हुई नजर आ रही है. फिल्म भेड़िया की कहानी दिल्ली के रहने वाले भास्कर की है, जो काम के सिलसिले में अरुणाचल प्रदेश पहुंचता है. यहां उन्हें सड़क का निर्माण करना होता है. लेकिन जंगल के लोग उन्हें पेड़ काटने और सड़क बानने नहीं देते हैं. इसी बीच भास्कर यानी वरुण पर एक भेड़िया हमला कर देता है. जिसके बाद हर रात वो भेड़िया बनकर तबाही मचाता है.
क्या है फिल्म का प्लस पॉइंट?
फिल्म के सबसे मजेदार पहलू इसका लोकेशन, VFX है, जो कहानी में जान फूंकते हैं। फिल्म में ट्विस्ट लाने के लिए गुलजार, हिमेश रेशमिया के गाने सहित कुछ पुरानी फिल्मों का जिक्र सुनने-देखने को मिलेगा।
फिल्म में कलाकारों की कलाकारी की बात करें, तो वरुण धवन से लेकर कृति सेनन, दीपक डोबरियाल, अभिषेक बनर्जी सबने मेहनत की है, पर हॉरर, कॉमेडी जोनर की इस फिल्म में कम समय में ज्यादा असरदार दीपक डोबरियाल लगते हैं, उनका साथ अभिषेक भी बखूबी देते हैं। गंभीर भूमिका में कीर्ति सेनन को जितना रोल मिला है, उसमें वे औसत लगती हैं।
फिल्म की कहानी कुछ ज्यादा ही काल्पनिक है। आखिर में ‘भेड़िया’ अपनी कहानी के साथ-साथ जंगल के पेड़ काटने पर होने वाले नुकसान का संदेश भी दे जाती है।